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TOP NEWS: 19 शिक्षक निलंबित,इंटरनेट बंद-राहुल गांधी के घर पुलिस...छत्तीसगढ़ आएंगे अभिनेता रामचरण ,9वीं के छात्र की मौत-राजधानी में Sex Racket ,विधायक और पार्षद गिरफ्तार...
TOP 10 NEWS: पढ़ें आज दिन भर की सभी बड़ी खबरे एक ही लिंक पे 19 शिक्षक निलंबित : ब्रेकिंग न्यूज़ – केंद्राध्यक्ष और सहायक केंद्राध्यक्ष सहित 19 शिक्षक निबंलित , 10वीं-12वीं पेपर लीक मामले में बड़ी कार्रवाई बंद बंद बंद : इंटरनेट और SMS सेवाएं बंद, जनता के हित में यहां की सरकार ने लिया बड़ा फैसला राहुल गांधी के घर पहुंची दिल्ली पुलिस, दिया एक और नोटिस, कांग्रेस सांसद ने मांगा समय, कहा- मुझे…
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एकनाथ शिंदे के चलते फूट के रास्ते पर एनसीपी? पार्टी बचाने के लिए अजित पवार की दौड़भाग शुरू
मुंबई: महाराष्ट्र एनसीपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री ने आज दोपहर आनन-फानन में एक बैठक का आयोजन किया था। अजित पवार ने यह बैठक ठाणे जिले में एनसीपी पार्षदों के एकनाथ शिंदे गुट में जाने की अटकलों को लेकर की थी। दरअसल अजीत पवार को इस बात की टेंशन है कि कहीं उनकी पार्टी के पार्षद एकनाथ शिंदे गुट में शामिल न हो जाएं। एनसीपी के नेता और पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने यह दावा किया था कि ठाणे जिले में मुख्यमंत्री खेमे की तरफ से एनसीपी के नेताओं को शिंदे गुट ज्वाइन करने के लिए एक से दो करोड रुपए का ऑफर दिया गया है। ऐसे में इन पार्षदों की निष्ठा को परखने के लिए अजित पवार ने इस महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया था। बैठक के जरिए अजीत पवार यह जानना चाहते थे कि कौन-कौन उनकी पार्टी में अभी भी मौजूद हैं और कौन बाहर जाने का मन बना रहे हैं? दरअसल गैर मौजूद रहने वाले पार्षदों पर पवार की नजर रखना चाह रहे थे। जितेंद्र आव्हाड के दावे के बाद अजित पवार ने तत्काल इस अर्जेंट मीटिंग को बुलाया। ताकि पार्षदों के मन को परख सकें और अगर उन्हें वाकई में कोई ऑफर दिया गया है तो उन्हें दूसरा दल ज्वाइन करने से रोका जा सके। जयंत पाटिल बोले...इस मुद्दे पर एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि ठाणे जिले के सभी पार्षद, विधायक और अन्य नेता जितेंद्र आव्हाड के साथ पूरी ताकत और शिद्दत के साथ खड़े हैं। जयंत पाटिल ने कहा कि मैं भी इस बैठक में शामिल हुआ और तमाम मुद्दों को समझा है। फिलहाल ठाणे जिले में पार्टी में फूट के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। हालांकि, चौकन्ना रहने की जरूरत तो हमेशा रहती है। उन्होंने यह भी कहा कि जितेंद्र आव्हाड ने बताया कि उनको गिरफ्तार करने की साजिश रची जा रही है। यह सब कुछ चुनाव के मद्देनजर किया जा रहा है।जयंत पाटिल ने कहा है कि मीटिंग में यह भी डिस्कस हुआ है कि अगर आव्हाड को गिरफ्तार किया जाता है तो उनकी गैरमौजूदगी में पार्टी किस तरह से चुनाव लड़े और उस चुनाव को जीते। आव्हाड का यह कहना है कि ठाणे महानगरपालिका चुनाव के मद्देनजर मुझे जेल में डालने की साजिश रची जा रही है। ताकि ठाणे शहर से एनसीपी के प्रभाव को कम किया जा सके। कोई गुनाह नहीं फिर गिरफ्तारी की साजिशजितेंद्र आव्हाड ने कहा कि मेरे खिलाफ में कोई भी गुनाह दर्ज नहीं है। बावजूद इसके मुझे षड्यंत्र कर जेल भेजने की तैयारियां शुरू है। आव्हाड ने यह भी कहा कि हाल में दादर के शिवाजी पार्क में हिंदुओं द्वारा जन आक्रोश मोर्चा निकाला गया। मेरा उनसे यह सवाल है कि आखिर महाराष्ट्र की सरकार को इस संबंध में कानून बनाने से किसने रोका है, आखिर इस मोर्चे का औचित्य क्या है? http://dlvr.it/ShpQDJ
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वार्ड 5 भाजपा पार्षद सैकड़ों लोगों के साथ आयुक्त कार्यालय पर धावा, गिरफ्तार, बुलानी पड़ी पुलिस | वार्ड पांच के भाजपा पार्षद ने सैकड़ों लोगों के साथ किया आयुक्त कार्यालय पर हमला, गिरफ्तार, बुलानी पड़ी पुलिस
वार्ड 5 भाजपा पार्षद सैकड़ों लोगों के साथ आयुक्त कार्यालय पर धावा, गिरफ्तार, बुलानी पड़ी पुलिस | वार्ड पांच के भाजपा पार्षद ने सैकड़ों लोगों के साथ किया आयुक्त कार्यालय पर हमला, गिरफ्तार, बुलानी पड़ी पुलिस
फरीदाबादएक घंटे पहले लिंक की प्रतिलिपि करें देर शाम तक प्रदर्शनकारी बैठे रहे। भाजपा पार्षद ललिता यादव सहित सैकड़ों लोगों ने एनआईटी के वार्ड नंबर पांच में नगर निगम कार्यालय पर भाजपा पार्षद ललिता यादव और निगम आयुक्त डॉ. गरमा मित्तल और कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा के साथ नारेबाजी की. का। मौके पर पहुंचकर अपर आयुक्त डॉ वैशाली शर्मा ने उनकी बात सुनकर मामले को सुलझाने का आश्वासन दिया. लेकिन…
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प्रदेश में कांग्रेस के बंद का मिला जुला असर, राजधानी में पीसी शर्मा समेत कांग्रेस कार्यकर्ता गिरफ्तार Divya Sandesh
#Divyasandesh
प्रदेश में कांग्रेस के बंद का मिला जुला असर, राजधानी में पीसी शर्मा समेत कांग्रेस कार्यकर्ता गिरफ्तार
भोपाल। बढ़ती महंगाई और पेट्रोल डीजल के दामों मेें वृद्धि के विरोध में आज कांग्रेस ने आधे दिन के प्रदेशव्यापी बंद का ऐलान किया है। जिसका मिला जुला असर देखने को मिल रहा है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर में कांग्रेसी कार्यकर्ता शहर भर में घूम-घूम कर दुकानों को बंद करा रहे हैं। राजधानी भोपाल के अरेरा पेट्रोल पंप बंद कराने गए पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, पार्षद गुड्डू चौहान समेत 11 कार्यकर्ताओं को हबीबगंज थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बाद में पीसी शर्मा और कार्यकर्ताओं को नई जेल भेज दिया।
भोपाल में सुबह 9 बजे पूर्व मंत्री पीसी शर्मा कार्यकर्ताओं के साथ बिट्टन मार्केट पहुंचे। यहां उन्होंने खुली दुकानों को जबरन बंद करा दिया। जबकि एक दिन पहले ही कांग्रेस की तरफ से बयान आया था कि दुकानें जबरन बंद नहीं कराई जाएंगी। इस दौरान जबरन दुकानें बंद कराने पर पुलिस ने पूर्व मंत्री पीसी शर्मा को पुलिस ने हिरासत में लिया है। पीसी शर्मा के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी गिरफ्तारी दी है। इस दौरान कांग्रेसियों ने मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कांग्रेसियों ने शांतिपूर्ण तरीके से गिरफ्तारी दी है।
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इंदौर में पेट्रोल पंप एसोसिएशन ने दिया समर्थन इंदौर में महंगाई के विरोध में कांग्रेस के बंद को पेट्रोल पंप एसोसिएशन ने समर्थन दिया है। शहर के पेट्रोल पंप दोपहर 1 बजे तक बंद रहेंगे। इंदौर के राजवाड़ा पर कांग्रेसियों और दुकानदारों के बीच बंद कराने को लेकर विवाद भी हुआ।
ग्वालियर में स्कूटर पर निकले कांग्रेस विधायक ग्वाल��यर में बंद को सफल बनाने के लिए कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार स्कूटर पर सवार होकर निकले। सैकड़ों कांग्रेसियों की टोलियां भी उनके साथ है। विधायक के साथ कांग्रेसियों की टोलियां शहर के अलग-अलग बाजारों में घूम-घूम कर बंद करा रही है।
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कन्हैया पर माहौल भांप AK ने लिया फैसला: BJP
नई दिल्ली देशद्रोह के 4 साल पुराने मामले में कन्हैया कुमार और 9 अन्य पर मुकदमा चलाने की मंजूरी देने के केजरीवाल सरकार के फैसले पर बीजेपी ने निशाना साधा है। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने घटनाक्रम का स्वागत करने की बात कहते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार ने मौजूदा राजनीतिक हालात को ध्यान में रखकर यह फैसला लिया है। हम इसकी मांग करते आ रहे थे कि केजरीवाल सरकार इसकी मंजूरी दे और कानून को अपना काम करने दे। आपको बता दें कि बीजेपी लगातार यह आरोप लगाती आ रही है कि आम आदमी पार्टी की सरकार कन्हैया कुमार और अन्य लोगों को अभियोजन की स्वीकृति ना देकर मामले में कार्यवाही को रोक रही है। दिल्ली सरकार ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है जब चार दिनों तक राज्य में भारी ��िंसा हुई और उसके एक पार्षद भी वायरल हो रहे विडियो में उपद्रवियों के साथ देखे गए। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसे 3 साल लटकाए रखा, लेकिन जनता के सामने आखिरकार उन्हें झुकना पड़ा। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, 'जनता के दबाव में, आखिरकार दिल्ली सरकार को जेएनयू मामले में मुकदमा चलाने की अनुमति देने के लिए मजबूर होना पड़ा। 3 साल तक अरविंद केजरीवाल इसे टालते रहे लेकिन उन्हें जनता के सामने झुकना पड़ा।' AAP ने कहा, दिल्ली सरकार ने 20 फरवरी को दी मंजूरी हालांकि आम आदमी पार्टी ने मामले में कार्यवाही अवरुद्ध करने के बीजेपी के आरोपों को खारिज किया है। आप विधायक और प्रवक्ता राघव चड्ढा ने कहा कि दिल्ली सरकार के विधि विभाग ने उचित विचार-विमर्श के बाद गृह विभाग को इस मामले में अपनी राय दी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने 20 फरवरी को मंजूरी प्रदान की। पढ़ें, चड्ढा ने शुक्रवार को अपने बयान में कहा, ‘दिल्ली सरकार ने नीतिगत और सैद्धांतिक तौर पर ऐसे किसी मामले में हस्तक्षेप नहीं किया और ना करती है। हमारी सरकार ने पिछले पांच साल में किसी मामले में अभियोजन नहीं रोका है।’ उन्होंने इसे पूरी तरह प्रक्रियागत विषय बताते हुए कहा कि प्रत्येक मामले के गुण-दोषों पर न्यायपालिका को ही फैसला करना चाहिए। चड्ढा ने कहा, ‘सरकार ऐसे मामलों के गुण-दोषों पर फैसला नहीं करतीं।’ उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने किसी मामले में अभियोजन को नहीं रोका है जिनमें उसके खुद के विधायकों और पार्टी नेताओं से जुड़ा मामला भी है। मनोज तिवारी ने ताहिर के सहारे किया अटैक बीजेपी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने के मामले में भी केजरीवाल को घेरा। उन्होंने कहा कि हम सीएम से अपील करते हैं कि वह उत्तर-पूर्व दिल्ली में हुई हिंसा के आरोपी आप पार्षद ताहिर हुसैन को अरेस्ट कराने में मदद करें। आपको बता दें कि ताहिर के खिलाफ मर्डर का केस दर्ज किया गया है और आप ने उसे निलंबित भी कर दिया है। दंगाइयों के साथ ताहिर का विडियो सामने आने के बाद आम आदमी पार्टी की आलोचना होने लगी थी। पढ़ें, मनोज तिवारी ने आगे ताहिर हुसैन की गिरफ्तार कराने की भी मांग की। तिवारी ने केजरीवाल से अपील की, 'अब हम चाहते हैं कि केजरीवाल आप के पार्षद ताहिर हुसैन को अरेस्ट कराने में पुलिस की मदद करें ताकि उत्तर-पूर्व दिल्ली में हुए दंगे की साजिश और हिंसा भड़काने के पीछे के लोगों के नाम बाहर आ सकें।' उल्लेखनीय है कि इससे पहले गुरुवार को केजरीवाल ने कहा था कि अगर उनकी पार्टी का नेता दंगे का दोषी पाया जाता है तो उसे दोगुनी सजा होनी चाहिए और मामले में राजनीति नहीं करनी चाहिए। इसके बाद तिवारी ने ट्वीट कर फिर केजरीवाल को निशाना बनाया था। तिवारी ने लिखा, 'दोगुनी सजा मतलब अब ताहिर के साथ-साथ उसके आक��� को भी सजा मिलनी चाहिए कड़ी से कड़ी ... निर्धारित समयसीमा में इस केस के आरोपियों और साजिशकर्ताओं को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। 400 बार चाकू से गोदना एक IB अफसर को ? धार्मिक असहिष्णुता ने आप को कितना गिरा दिया।'
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दिल्ली की स्थिति पर कमान संभालने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने क्या-क्या किया? - North east delhi violence home minister amit shah bjp nsa ajit doval caa
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दिल्ली की स्थिति पर कमान संभालने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने क्या-क्या किया? - North east delhi violence home minister amit shah bjp nsa ajit doval caa
दिल्ली की हर गतिविधि पर है गृह मंत्रालय की नजर
NSA अजीत डोभाल ने प्रभावित इलाकों का किया दौरा
गृह मंत्री अमित शाह को अजीत डोभाल ने दी जानकारी
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दिल्ली की स्थिति की लगातार समीक्षा कर रहे हैं. उन्होंने खुद अपने हाथ में कमान संभाल रखी है. सोमवार 24 जनवरी को दिल्ली के कुछ इलाकों में हिंसक घटनाएं शुरू हुईं. जानिए सोमवार शाम से सक्रिय हुए शाह ने इस दौरान क्या क्या किया?
24 फरवरी 2020
7 बजे शाम
24 फरवरी को शाम 4 बजे दिल्ली में हिंसक घटनाए हुईं. गृह मंत्री अमित शाह ने देर शाम को अपने घर पर उच्च स्तरीय बैठक बुलाई. इस बैठक में गृह सचिव, निदेशक इंटेलीजेंस ब्यूरो, दिल्ली पुलिस कमिश्नर और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया. ये बैठक तीन घंटे तक चली. इस मौके पर गृह मंत्री ने दिल्ली पुलिस को सख्त फैसले लेने का निर्देश दिया. रात को एक बजे तक उन्होंने स्थिति की समीक्षा की.
25 फरवरी 2020
9 बजे सुबह
गृह मंत्री शाह ने अपने मंत्रालय के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.
यह भी पढ़ें: Delhi Violence: दिल्ली पुलिस का दावा- काबू में हालात, अब तक 106 लोग गिरफ्तार, 18 FIR
12 बजे दोपहर
बैठक नंबर 1
गृह मंत्री शाह ने नॉर्थ ब्लॉक में मुख्य राजनीतिक पार्टियों के नेताओं और दिल्ली के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ��ुभाष चोपड़ा, दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी और अय हिस्सा लिया.
इस बैठक में शाह ने कहा कि “इस तरह की स्थिति से दलीय राजनीति से ऊपर उठकर ही सामना किया जा सकता है.” गृह मंत्री ने सभी पार्टियों से प्रभावित इलाकों में अपने सांसद, विधायक, पार्षद, कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भेजने की अपील की जिससे कि आम लोगों के बीच भय के माहौल को दूर किया जा सके. साथ ही उन्हें अफवाहों पर ध्यान नहीं देने के लिए कहा जा सके.
बैठक में शाह ने दिल्ली पुलिस को स्थानीय शांति कमेटियों के साथ मिल कर लोगों से बातचीत की प्रक्रिया शुरू करने का भी निर्देश दिया. उन्होंने विश्वास का माहौल बनाने पर जोर दिया.
1.30 बजे दोपहर
बैठक नंबर 2
गृह मंत्री शाह ने नॉर्थ ब्लॉक में गृह सचिव और इंटेलीजेंस ब्यूरो के निदेशक के साथ बैठक की और दिल्ली की ताजा स्थिति की समीक्षा की.
6:00 बजे शाम
एस एन श्रीवास्तव को दिल्ली का स्पेशल पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया.
6.30 बजे
बैठक नंबर 3
गृह मंत्री शाह ने गृह सचिव, निदेशक इंटेलीजेंस ब्यूरो, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डिप्टी NSA, दिल्ली पुलिस कमिश्नर, एस एन श्रीवास्तव और अन्य अधिकारियों के साथ अपने घर पर बैठक की. इस बैठक में दिल्ली में शांति, कानून और व्यवस्था की बहाली के लिए अहम फैसले लिए गए. देर रात को ही अजीत डोभाल नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में डीसीपी ऑफिस पहुंचे. फिर उन्होंने प्रभावित इलाकों का दौरा किया.
यह भी पढ़ें: Delhi Violence Live: दिल्ली में हिंसा पर काबू के बीच बढ़ा मौत का आंकड़ा, 25 लोगों ने गंवाई जान
गृह मंत्री शाह ने रात दो बजे तक दिल्ली की स्थिति की समीक्षा की.
26 फरवरी 2020
शाम 6 बजे
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल दिन में प्रभावित इलाकों में लोगों से बात करने के बाद शाम 6 बजे नॉर्थ ब्लॉक पहुंच कर गृह मंत्री शाह को स्थिति की जानकारी दी. इस उच्च स्तरीय बैठक में निदेशक आईबी, दिल्ली पुलिस कमिश्नर समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रही. ये बैठक एक घंटे से भी अधिक चली.
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हड़ताली शिक्षकों का आंदोलन पूरे जिले में जोर पकड़ने लगा है। 9 मार्च से लेकर 11 मार्च तक विभिन्न दलों के विधायक व विधान पार्षद के सदस्यों के आवास के घेराव के बाद मांग पत्र सौपने का कार्य शिक्षक कर रहे है। शहर के जेपी प्रतिमा के समक्ष 17 वें दिन बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के शिक्षकों का धरना जारी रहा। संबोधित करते राज्य कार्य समिति के सदस्य संतोष कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षकों ने होली नहीं मनाया, इससे बड़ी बात क्या हो सकती है। मुख्यमंत्री चुप बैठे है वे हमारे आंदोलन के संबंध में कुछ भी वार्ता नहीं कर रहे है, जिसके कारण आंदोलन उग्र होगा। 13 व 14 मार्च को डीईओ के कार्यालय का घेराव सभी शिक्षक करेंगे। मौके पर जिलाध्यक्ष मुक्तेश्वर उपाध्याय, विनय सिंह, रविशंकर मिश्र, भीम राय सहित काफी संख्या में शिक्षक व शिक्षिकाएं मौजूद थी। वहीं, तरारी प्रखंड में भी बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के द्वारा आज 25 वां दिन तरारी प्रखंड मुख्यालय के बीआरसी के समक्ष धरना दिया गया । जिसकी अध्यक्षता गौरी शंकर प्रसाद तथा मंच संचालन नागेंद्र कुमार व विनीत कुमार श्रीवास्तव ने किया। शिक्षकों के मांग के समर्थन में तरारी विधायक सुदामा प्रसाद धरना स्थल पर कहा कि जब तक मैं शिक्षकों की मांगों के लिए लड़ता रहूंगा। विधानसभा में इनकी आवाज उठाता रहूंगा। शिक्षकों में सारन्धर पांडेय, नागेंद्र कुमार,अंशुमन राय, सतेंद्र राय, शिवाकांत, श्याम बिहारी प्रसाद, राजेश कुमार आदि थे। सहार में भी 25वें दिन धरना पर बैठे शिक्षक सहार | शिक्षकों के हड़ताल के 25 वें दिन प्रखंड के शिक्षकों ने प्रखंड परिसर में धरना दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता गुप्तेश्वर पाठक और कमलेश कुमार एवं संचालन पंकज कुमार और सुनील कुमार ने संयुक्त रूप से किया। गुरुवार को शिक्षकों के धरना को समर्थन ��ेने स्थानीय विधायक सुदामा प्रसाद जी पहुंचे और शिक्षकों को संबोधित किया। शिक्षकों के समर्थन में विधायक के साथ पूर्व प्रमुख मदन सिंह और लाल बाबू सिंह भी धरना पर बैठे। हड़ताली शिक्षकों को अरुण कुमार वर्मा, सत्येंद्र सिंह, नागेंद्र कुमार, अजय कुमार ओझा, लाल बाबू पंडित, मोहम्मद ताबिश आदि थे। पीरो में हड़ताली शिक्षकों के समर्थन में धरनास्थल पर पहुंचे विधायक, बोले शिक्षकों को भूखा रखना गलत सिटी रिपोर्टर | पीरो शिक्षकों की हड़ताल के समर्थन में पीरो स्थित धरना स्थल पर तरारी विधायक सुदामा प्रसाद पहुंचे। विधायक ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार शिक्षकों को भूखे रखकर गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की बात करती है। शिक्षक ही विधायक है, आपको हमसे अपील करने की जरूरत नही है, आने वाले विधानसभा के बजट सत्र में विपक्ष के साथ विधानसभा को ठप करने का काम करेंगे। अध्यक्ष मंडल सदस्य जिलाध्यक्ष पंकज कुमार सिंह मंटु व जिलाध्यक्ष अजय कुमार सिंह ने कहा कि सरकार की हठधर्मिता के चलते शिक्षक रोड पर आकर आन्दोलन करने के लिए बाध्य है। मौके पर प्रखंड अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह उर्फ गोरखनाथ सिंह, टेट अध्यक्ष आरीफ रौनक, चन्द्रदेव कुमार सिंह, रविकान्त सिंह, शिवकुमार सिंह, सुनिल कुमार, रंजय राय, विमल राय, संतोष कुमार, इन्दु कुमारी, सपना कुमारी, सबाना शबनम, मंजु कुमारी, सहारा प्रवीण, ललिता कुमारी, संगीता कुमारी, बिन्दा देवी, प्रतिमा कुमारी, लक्ष्मीनिधि, ज्योति कुमारी सहित कई अन्य शिक्षक थे। बड़हरा में 25 वेंं दिन धरना पर बैठे हड़ताली शिक्षक बड़हरा | शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले बीआरसी भवन के समीप 25 वेंं दिन हड़ताली शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन किया। अध्यक्षता अजय पाठक संचालन रंजीत सिंह ने किया। वक्ताअाें में शिक्षक अजय सिंह ने कहा कि जब तक राज्यकर्मी का दर्जा मिल नहीं जाता तब तक हड़ताल में डटे रहेंगे। ओमप्रकाश ने कहा कि सरकार जल्द सेवाशर्त, समान काम समान वेतन लागू करे। ममता कुमारी ने नीतीश कुमार वेतन चोर, नीतीश कुमार शर्म करो का नारा दी। मौके पर अजय सिंह, अभिजीत जी, मनोरंजन सिंह, हरेंद्र कुमार, नवेश्वर सिंह आिद थे। गबन का आरोपी एचएम हुआ गिरफ्तार, गया जेल गड़हनी। करीब तीन वर्ष से फरार एक प्रधानाध्यापक बृहस्पतिवार को पुलिस के हाथ चढ़ गया। पुलिस ने पकड़ कर उसको जेल भेज दिया। आरोपी लसाढ़ी गांव नथुनी राम बताया जाता है। वह सरकारी विद्यालय से रिटायर्ड प्रधानाध्यापक है। पुलिस के अनुसार आरोपी भवन बनाने के नाम पर 9 लाख रुपये निकासी कर गबन कर गया था। कई बैंको से जालसाजी कर लाखों रुपये ऐंठ कर फरार हो गया था। इसके ख़िलाफ़ प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी केशो यादव ने एफआई��र किया था। इसके बाद भी आरोपी तीन वर्षों से फरार था। जेपी प्रतिमा के समक्ष धरना पर बैठे माध्यमिक शिक्षक संघ के सदस्य जेपी प्रतिमा के समक्ष 17 वें दिन बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने दिया धरना
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Ara News - striking teachers from across the district to surround the deo office on 13 and 14 march
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बीजेपी नेता गजेंद्र भाटी हत्याकांड में आरोपी पूर्व विधायक अमरपाल शर्मा ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है. अमरपाल ने मंगलवार को गाजियाबाद की एसीजेएम-2 की कोर्ट में सरेंडर किया. दो दिन पहले ही पुलिस ने अमरपाल शर्मा पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. वह कई दिनों सो वांछित चल रहा था. गाजियाबाद पुलिस ने बीजेपी नेता गजेंद्र भाटी की हत्या का खुलासा करते हुए बताया था कि पूर्व बसपा विधायक अमरपाल शर्मा ने ही भाटी की हत्या कराई थी. इस हत्या के लिए 10 लाख रुपये की सुपारी तय हुई थी. इस वारदात को खुद पूर्व विधायक के पीएसओ नरेंद्र फौजी ने अंजाम दिया था, जो पुलिस गिरफ्त में है. गाजियाबाद के खोड़ा इलाके में बीजेपी नेता गजेंद्र भाटी और प्रदीप चौहान पर जानलेवा हमला किया गया था. इसमें गजेंद्र भाटी की मौत हो गई थी. वारदात बीती 2 सितंबर को अंजाम दी गई था. इस मामले में पूर्व विधायक अमरपाल शर्मा के खिलाफ साजिश रचने, हत्या और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था. पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए पूर्व विधायकके पीएसओ नरेंद्र फौजी को गिरफ्तार किया. उसने इस पूरे हत्याकांड का खुलासा कर दिया. उसने बताया था कि गजेंद्र भाटी की हत्या अमरपाल शर्मा ने राजनीतिक रंजिश के कारण कराई थी. इससे पहले भी वो अमरपाल के कहने पर एक और हत्या कर चुका है. शूटर नरेंद्र फौजी के मुताबिक इस हत्या के लिए 10 लाख रुपये बतौर सुपारी तय हुई थे. उसने बीजेपी नेता गजेंद्र भाटी को चार गोलियां मारी थीं. भाटी के साथ मौजूद बलवीर चौहान को भी गोली लगी थी. इस मामले का खुलासा सीसीटीवी की मदद से हुआ था. खोड़ा इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे में हत्यारे कैद हो गए थे. नरेंद्र फौजी ने पूछताछ में बताया था किया कि गजेंद्र और अमरपाल शर्मा दोनों ही खोड़ा नगर पालिका से चुनाव लड़ना चाहते थे. इतना ही नहीं नरेंद्र फौजी ने कबूल किया कि उसने दिसंबर 2014 में सपा के पूर्व पार्षद प्रदीप चौधरी उर्फ टीटी की भी हत्या कर दी थी. वो हत्या भी उसने अमरपाल के कहने पर ही की थी.
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